धीरे धीरे रे मना,धीरे सब कुछ होय

धीरे धीरे रे मोना, धीरे सब कुछ होय माली सींचे सो घडा ऋतू आये फल होय भाग दौड़ से भरी जीवन मे लोगों के मन मे हताशा ने घर बना लिया हैं। प्रतिस्पर्धा के इस दौर मे लोग जल्दी जल्दी कामयाबी पाना चाहते हैं।कोई भी धीरज के साथ अपने कर्मफल का ईन्तजार करना नहीं चाहतापढ़ना जारी रखें “धीरे धीरे रे मना,धीरे सब कुछ होय”

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